Rakesh Jhunjhunwala
दोस्त जन्माला की जिन्होंने सिर्फ पांच हज़ार रुपये से शुरुआत की थी और आज आज के समय में भी करीब सोलह हज़ार करोड़ के मालिक बन चूके हैं आज हाल कुछ यूं है कि अपनी अकेले की दम पर मार्केट में उथल
पुथल करवा सकते हैं क्योंकि बहुत सारे इन्वेस्टर्स उन्हीं के नक्शे कदम पर बाजार में अपना दांव लगाते हैं उन्होंने अपने सटीक स्टार्टिंग से खुद को इस मुकाम पर ला खड़ा किया है कि उन्हें भारत के सबसे धनी व्यक्तियों में
शामिल किया जाता है वे मौजूदा समय में भारत के तिरपन में सबसे धनी व्यक्ति हैं तो इसलिए दोस्तों बिना का ज्यादा समय लिए हम जानते हैं कि आखिर कैसे राकेश झुनझुनवाला ने पांच हज़ार रुपये से सोलह हज़ार करोड़ तक का सफर तय किया राकेश रंजन वाला काजल को मुंबई के एक मारवाड़ी परिवार में हुआ उनके पिता एक इनकम टैक्स ऑफिसर थे जिन्हें शेयर मार्केट में भी काफी रूचि थी वे अक्सर अपने दोस्तों के साथ शेयर से
संबंधित बातें करते रहते थे तभी एक दिन करीब चौदह साल की उम्र में राकेश ने अपने पिता से पूछा कि पकड़ शेयर मार्केट क्या होता है तब उन्होंने कहा कि बेटे शेयर मार्केट को समझना इतना आसान नहीं है न्यूज़ पेपर
पढ़ना करो उसमें हर रोज़ अलग अलग कंपनियों के बारे में जानकारी अधिक होती हैं शेयर मार्केट में पैसा इन्वेस्ट करने से पहले हमें कंपनी के उतार चढ़ाव को जानना चाहिए शेयर मार्केट से संबंधित राकेश की यह
पहली सीट थी धीरे धीरे उम्र बढ़ने के साथ ही साथ राकेश की रूचि शेयर मार्केट में बढ़ने लगी अपने पिता के कहने के अनुसार वह अलग अलग कंपनियों के न्यूज़ से अपडेट रहने लगी और जब उन्हें ठीक ठाक नौलेज हो गया तब उन्होंने अपने पिता से शेयर मार्केट में आने की इच्छा जताई लेकिन उनके पिता ने उन्हें तुरंत मना कर
दिया उन्होंने कहा कि पहले अपनी प्रोफेशनल पढ़ाई पूरी कर लो उसके बाद तुम्हारा जैसा मन होगा वैसा करना आगे चलकर उन्होंने सिडेनहेम कॉलेज ऑफ कॉमर्स एंड इकोनॉमिक्स से अपनी ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी की
और फिर में वे चार्टर्ड अकाउंटेंट बन गए दूसरे ब्राकेस ने अपनी प्रोफेशनल पढ़ाई पूरी कर ली थी अब समय था मार्केट में उतरने का लेकिन उस समय तक उनके पास इन्वेस्ट करने के लिए कुछ ख़ास पैसे नहीं थे उन्होंने
अपना पहला इन्वेस्टमेंट पांच हज़ार रुपये का किया उससे में बीएसई सेंसेक्स एक सौ पचास अंकों पर था लेकिन उन्होंने अपना पहला बड़ा मुनाफा में कमाया वहीं के से आय में आपको बताता हूँ उन्होंने टाटा टी कंपनी के पांच हज़ार रुपये प्रति शेयर के लिए ख़रीदे और फिर उसे सिर्फ तीन महीने बाद ही उन्होंने रपये के गेट पर भेज दिये
Rakesh Jhunjhunwala
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Rakesh Jhunjhunwala biography | Rakesh Jhunjhunwala |
दोस्त जन्माला की जिन्होंने सिर्फ पांच हज़ार रुपये से शुरुआत की थी और आज आज के समय में भी करीब सोलह हज़ार करोड़ के मालिक बन चूके हैं आज हाल कुछ यूं है कि अपनी अकेले की दम पर मार्केट में उथल
पुथल करवा सकते हैं क्योंकि बहुत सारे इन्वेस्टर्स उन्हीं के नक्शे कदम पर बाजार में अपना दांव लगाते हैं उन्होंने अपने सटीक स्टार्टिंग से खुद को इस मुकाम पर ला खड़ा किया है कि उन्हें भारत के सबसे धनी व्यक्तियों में
शामिल किया जाता है वे मौजूदा समय में भारत के तिरपन में सबसे धनी व्यक्ति हैं तो इसलिए दोस्तों बिना का ज्यादा समय लिए हम जानते हैं कि आखिर कैसे राकेश झुनझुनवाला ने पांच हज़ार रुपये से सोलह हज़ार करोड़ तक का सफर तय किया राकेश रंजन वाला काजल को मुंबई के एक मारवाड़ी परिवार में हुआ उनके पिता एक इनकम टैक्स ऑफिसर थे जिन्हें शेयर मार्केट में भी काफी रूचि थी वे अक्सर अपने दोस्तों के साथ शेयर से
संबंधित बातें करते रहते थे तभी एक दिन करीब चौदह साल की उम्र में राकेश ने अपने पिता से पूछा कि पकड़ शेयर मार्केट क्या होता है तब उन्होंने कहा कि बेटे शेयर मार्केट को समझना इतना आसान नहीं है न्यूज़ पेपर
पढ़ना करो उसमें हर रोज़ अलग अलग कंपनियों के बारे में जानकारी अधिक होती हैं शेयर मार्केट में पैसा इन्वेस्ट करने से पहले हमें कंपनी के उतार चढ़ाव को जानना चाहिए शेयर मार्केट से संबंधित राकेश की यह
पहली सीट थी धीरे धीरे उम्र बढ़ने के साथ ही साथ राकेश की रूचि शेयर मार्केट में बढ़ने लगी अपने पिता के कहने के अनुसार वह अलग अलग कंपनियों के न्यूज़ से अपडेट रहने लगी और जब उन्हें ठीक ठाक नौलेज हो गया तब उन्होंने अपने पिता से शेयर मार्केट में आने की इच्छा जताई लेकिन उनके पिता ने उन्हें तुरंत मना कर
दिया उन्होंने कहा कि पहले अपनी प्रोफेशनल पढ़ाई पूरी कर लो उसके बाद तुम्हारा जैसा मन होगा वैसा करना आगे चलकर उन्होंने सिडेनहेम कॉलेज ऑफ कॉमर्स एंड इकोनॉमिक्स से अपनी ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी की
और फिर में वे चार्टर्ड अकाउंटेंट बन गए दूसरे ब्राकेस ने अपनी प्रोफेशनल पढ़ाई पूरी कर ली थी अब समय था मार्केट में उतरने का लेकिन उस समय तक उनके पास इन्वेस्ट करने के लिए कुछ ख़ास पैसे नहीं थे उन्होंने
अपना पहला इन्वेस्टमेंट पांच हज़ार रुपये का किया उससे में बीएसई सेंसेक्स एक सौ पचास अंकों पर था लेकिन उन्होंने अपना पहला बड़ा मुनाफा में कमाया वहीं के से आय में आपको बताता हूँ उन्होंने टाटा टी कंपनी के पांच हज़ार रुपये प्रति शेयर के लिए ख़रीदे और फिर उसे सिर्फ तीन महीने बाद ही उन्होंने रपये के गेट पर भेज दिये
Rakesh Jhunjhunwala
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