भारती सिंह की जीवनी | Bharti Singh Biography in Hindi | भारती सिंह जीवनी, परिवार, घर, कार
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भारती सिंह की जीवनी | Bharti Singh Biography in Hindi | भारती सिंह जीवनी, परिवार, घर, कार |
Bharti Singh Biography in Hindi
शुरुआत करने वाली भारती सिंह की जिन्होंने खुद का मजाक बनाकर दूसरों को हौसला दिखाया जी हाँ दोस्त स्टेज पर लल्ली के नाम से प्रसिद्ध इस मोटी लड़की के ऐक्टिंग में आस सभी लोग दीवाने हैं लेकिन क्या आपको पता है कि इसी मोटापे की वजह से भारती को अपने बचपन से ही शर्मिंदगी झेलनी पड़ी सिर्फ दो साल की उम्र
जिसके बाद घर की आर्थिक हालत भी हद से ज्यादा ख़राब हो गयी कॉमेडी में करियर बनाने के लिए सहराई तो रिश्तेदारों ने शक की निकासी उनकी तरफ देखा लें इन फालतू बातों की परवाह किए बिना भारती अपना काम करती रही अपने लक्ष्य की तरफ बढ़ती रही और आज आज उनके वही रिश्तेदार अपने बच्चों का करियर बनाने
के लिए उनसे सलाह देते हैं और जो लोग उन्हें मोटी कहकर बुलवाते थे वे आज उनके साथ फोटो लेने के लिए घंटों लाइन में खड़े रहते हैं तो चलिए दोस्तों बिना आपका ज्यादा समय दिए को हम शुरु से जानते हैं भारती सिंह का जन्म तीन जुलाई को पंजाब के अमृतसर में हुआ था वह एक मिडिल क्लास फैमिली में पैदा हुई थी लेकिन
पैदा होने के सिर्फ दो सालों के बाद ही उनके पिता की मृत्यु हो गई जिसके बाद घर की आर्थिक हालत बहुत ख़राब हो गयी भारती ने एक इंटरव्यू में बताया कि मैने अपने पापा को सिर्फ दो साल उम्र में ही खो दिया था इसीलिए उनसे जुड़ी हुई कोई भी यादें मेरे साथ नहीं है महान दोबारा शादी करने की बजाय हमारे लिए स्ट्रगल
का रास्ता चुना और फिर हमारा ज्यादातर समय गरीबी था हालात कुछ यूं थे कि कभी कभी तो हमें आधा पेट खाकर ही सोना पड़ता था दोस्तों भारतीय जन्म से ही ओवरवेट थी जब वह पैदा हुई थी तब उनका वजन करीब पांच किलो था जो कि एक असामान्य बात माना जाता है थोड़ी बड़ी होने के बाद जब उन्होंने स्कूल ज्वॉइन किया
भारती सिंह की जीवनी
तो वह भी लोग उनके मोटापे की वजह से उनका मजाक बनाते थे जिससे भारती को बहुत होता था और वे रात रातभर रोया करती थी कुछ इसी तरह के संघर्ष से गुजरते हुए भारती ने अपने स्कूलिंग पूरी की और फिर डाइजेशन में आकर उन्होंने पिस्टल शूटिंग के खेल में पंजाब प्रिपरेशन किया जहाँ उन्होंने स्टेट और नेशनल
लेवल पर कई खिताब अपने नाम की खेल में अच्छा परफॉर्म करने की वजह से पंजाब टेक्निकल यूनिवर्सिटी में उन्हें स्कॉलर से परमिशन मिल गया जहाँ उन्होंने हिस्टरी से एमए किया और फिर आगे चलकर भारतीय अपने पिछले शूटिंग के खेल को करियर बनाना चाहती थीं लेकिन उनकी फॅमिली उनकी ट्रेनिंग का खर्च उठाने में असमर्थ
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