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Bhagyashree Biography in Hindi | भाग्यश्री जीवनी | भाग्यश्री की जीवनी हिंद में

Bhagyashree Biography in Hindi | भाग्यश्री जीवनी | भाग्यश्री की जीवनी हिंद में

Bhagyashree Biography in Hindi | भाग्यश्री जीवनी | भाग्यश्री की जीवनी हिंद में
Bhagyashree Biography in Hindi | भाग्यश्री जीवनी | भाग्यश्री की जीवनी हिंद में

 न भूलें तेरे दिल में क्या आप की दास्तां है एक बड़े ही अनोखे अभिनेत्री की जिसने अपनी पहली फ़िल्म ही साबित कर दिया था कि कितने फ़ोन बंद है और सभी ने इसे चाह फिल्माना मैने प्यार किया अभिनय श्री भाग्यश्री पुरस्कार राशि जैसे की देवी स्वभाव से रागिनी और उसे चांदनी अगर आपको स्वर्ग से उतरी हुई अवसर लगती है अक्सर इनका जन्म तेईस फरवरी सन् उन्नीस सौ उनहत्तर में हुआ इनके श्रीमान विजय सिंह राव पटवर्धन सांगली

के राजा ये महाराष्ट्र में एक शहर है हालांकि उनका परिवार रहता था मुंबई में था लेकिन फिर भी साल में तीन बार ये सामने जरूर जाया करते थे नानी से भाग्यश्री को यह बहुत अजीब लगता था जब यह सांगली जाती हैं जिनसे उम्र में बड़ी औरतें भी इनके पास होती एक तरीका था रात से लोगों के प्रति सम्मान दिखाने का चूल्हा खत मैने वालो के दौरान तकरीबन छे लाख लोग इकट्ठा हुआ थे वहा पर इनके परिवार का अपना खुद का मंदिर है

भाग्यश्री की जीवनी हिंद में
परेशानी से दूर मुंबई में ये आम जिंदगी जिया करती थीं इनके पिता ने बहुत पढ़ाई दिखाई थी वकालत रही केंद्रीय रिंग या फिर हाँ बिज़नेस हर जगह इनके पिता महारत हासिल की इनकी माँ हाउस वाइफ ही मधुवंती और पूर्णिमा उनकी दो छोटी बेहेन हैं जो शादी करने के बाद अमेरिका और कनाडा में सेटल हो गईं उनके कारोबार में जितना तथा लगाना चाहूं मैं भईया के ले सकते हैं जहाँ से सिल्वर स्क्रीन पर आने की तयारी कर रही थी ये


कहानी बड़ी दिलचस्प है पशु मारो फिल्मों का ऐक्टर प्रड्यूसर अमूल पालिका एक सीरियल बना रहे थे जिसका नाम था कच्चिद् हूँ अमोल पालेकर साहब की बेटी शाल्मली और बाकी शरीर छोटी बहन मधुवंती एक ही उम्र के थे और साथ साथ खेला करते थे अमोल पालेकर साहब ने इनकी छोटी बहन से कहा तुम्हें मेरे सीरियल में किरदार निभाना होगा वो तो फॉर्म तयार हो गयी और भाग्यश्री बहुत पढ़ाकू थी और सिर्फ किताबों में ही लगाया

           भाग्यश्री जीवनी
Bhagyashree Biography in Hindi | भाग्यश्री जीवनी | भाग्यश्री की जीवनी हिंद में
Bhagyashree Biography in Hindi | भाग्यश्री जीवनी | भाग्यश्री की जीवनी हिंद में

 करती थी या अपनी क्लास की मोनिटर भी रहे डाक को हटाने के तुम जानते नहीं जो की मैं कौन हूँ मुंबई के नटराज स्टूडियो में एक बहुत बड़ा सेट लगाया गया लेकिन शूटिंग शुरू होने के एक रात पहले अमोल पालेकर साहब ने भाग्यश्री कहा तुम्हें मेरे सीरियल में बड़ी बहन का किरदार निभाना होगा भाग्यश्री बहुत घबरा गयी उन्होंने कभी ऐक्टिंग की नहीं थी पर बाद में पता चला की वो लड़की जो बड़ी बहन का किरदार निभाने वाली थी


वो सीरियल छोड़ कर चली गयीं और अंत में सिर्फ बचाने के लिए भाग्यश्री को कास्ट किया गया इस मजबूरी को समझते हुए भाग्यश्री ने हाँ कहा था मैने बोला हल्ला आज तक मेरे कानों में गूंज आए एक महीने में सीरियल कच्ची धूप की शूटिंग पूरी हो गयी और जैसे ये सीरियल लोगों ने देखा सब भाग्यश्री के दीवाने हो गए उन्होंने अपना पहला और ग्राहक अमेरिका के वाशिंगटन शहर में दिया गया इतना बड़ा रहता रहते हैं पटाके पूछने की कोशीश

Bhagyashree Biography in Hindi 
 की है इसी बीच राष्ट्रीय फ़िल्म सूरज बड़जात्या साहब जो की जो परिवार को जानते थे उन्होंने टीवी सीरियल का चित्र देखा और उनसे कहा कि क्यों ना ये फ़िल्म मैने प्यार किया की हेरोयन बने सूरज बढ़ जाती है साथ ही अपने फिल्मी करियर की शुरुआत कर रहे थे शुरू में तो ज़रा ना नुकुर हुई पर उसके बाद जब कहानी सुनी तो

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